हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,हज़रत पैग़म्बर ए इस्लाम की जंग और जेहाद सिर्फ़ तलवार की लड़ाई तक सीमित नहीं है। बल्कि यह आम लड़ाई है। इसमें वैचारिक लड़ाई भी है, सियासी लड़ाई भी है, प्रचारिक लड़ाई भी है और फ़ौजी लड़ाई भी है।
बेशक हिजरत से पहले पैग़म्बर ने मक्के में जो जेहाद अंजाम दिया वह बद्र व ओहोद, ख़ैबर व ख़ंदक़ और दूसरी जंगों के ख़तरों से कम ख़तरनाक नहीं था।
मक्का से आने के बाद पैगंबर ने जो जंग लड़ी है यह जंग कई प्रकार की थी यह जंग सियासी जंग थी यह जंग अख्लाकी जंग थी यह जंग तलवार की जंग से बढ़कर थी मगर पैग़ंबरे इस्लाम ने दोनों जंगों में विजय प्राप्त की इस्लाम का नाम रौशन किया